Wednesday, 15 August 2018

वायुदाब व जलवायु वर्गीकरण | राजस्थान GK | RPSC 1st & 2nd grade and other exams

वायुदाब व जलवायु वर्गीकरण- 

वायुदाब-

                वायुदाब की समस्त परतों के पड़ने वाले भार को वायुदाब कहते हैं।

  • सर्वाधिक वायुदाब "सागरतल" पर पाया जाता हैं । 

समदाब रेखां -  

              समान वायुदाब वाले क्षेत्रों को मिलाने वाली रेखाएँ।

     MB(Milibar) -  यह वायुदाब की unit/इकाई हैं।
      
      1 Bar = 1000MB
  • 1 वर्ग इंच क्षेत्रफल पर 14.7 पॉण्ड का दाब होता हैं ।
  • राजस्थान में जुलाई माह का वायुदाब व मिलिबर रेखाएँ ->
  • राजस्थान में जनवरी माह का वायुदाब व मिलिबार रेखाएँ ->

◆ राजस्थान की जलवायु - 


  1. राजस्थान में कर्क रेंखा डूंगरपुर के दक्षिणी भाग को छूती हुई बाँसवाड़ा के लगभग मध्य से गुजरती हैं ।
  2. डूँगरपुर का दक्षिणी भाग व बाँसवाड़ा उष्ण कटिबंध में शामिल है ।
  3. राजस्थान का अधिकांश भाग कर्क रेंखा के उत्तर में स्थित है ,यह शीतोष्ण कटिबंध में शामिल किया जाता हैं ।
  4. राजस्थान में दिन गर्म एवं रातें ठंडी होती है क्योंकि राजस्थान की प्रकृति रेतीली है ।
  5. राजस्थान में सर्दियों में सर्दी अधिक तथा गर्मियों में गर्मी अधिक पड़ती है क्योंकि राजस्थान समुद्र से दूर है ।
  6. यहाँ "समुद्री हवाओं" का कोई प्रभाव देखने को नहीं मिलता है ।
  7. राजस्थान में महाद्वपीय/विषम/उष्ण कटिबंधीय जलवायु देखने को मिलती है।
  8. राजस्थान की जलवायु के निर्धारण में उस स्थान की औसत वर्षा ,औसत तापमान एवं वनस्पति का अध्यन किया जाता है ।
  9. राजस्थान को 5 जलवायु प्रदेशो में बांटा गया है ।
  10. सबसे बड़ा जलवायु प्रदेश - अर्ध शुष्क जलवायु प्रदेश
  11. सबसे छोटा जलवायु प्रदेश - अति आद्र जलवायु प्रदेश

सामान्य जलवायु वर्गीकरण


1. शुष्क जलवायु प्रदेश - 

            वर्षा -  10 से 20 cm (कम वर्षा)
            तापमान  - 34℃ - 36℃
            वनस्पति - कटीली झाड़ियां- मरूदभिद प्रकार की ,              केक्टस खेजड़ी आदि।
विशेषता - जड़ें गहरी,तना गूदेदार, कांटेदार झाड़ियाँ,मुड़ी हुई                पत्तियाँ।
जिले - बीकानेर ,जैसलमेर, बाड़मेर, श्रीगंगानगर, जोधपुर।

● इस प्रदेश में दैनिक और वार्षिक तापान्तर सर्वाधिक पाया जाता हैं ।
● राज्य का पहला केक्टस गार्डन - जोधपुर में है ।

2. अर्द्ध शुष्क जलवायु प्रदेश - 

    वर्षा -     20 - 40 cm (सामान्य से कम वर्षा)
    तापमान - 32℃- 34℃ 
    वनस्पति -  कटीली झाड़ियाँ अर्थात खेजड़ी ,
                   बबूल, रोहिड़ा, ऑक आदि ।
    जिले - हनुमानगढ़, चूरू, सीकर ,पाली,
             जालोर, झुंझुनू, नागौर

3. उप-आद्र जलवायु प्रदेश - 

       वर्षा -    40 - 60 cm (सामान्य वर्षा )
       तापमान - 28℃ - 30℃
       वनस्पति - स्टेपी/ पतझड़ी अर्थात नीम,
                     बबुल , खेर, आवंला आदि ।
       जिले -  अजमेर , टोंक, जयपुर, दौसा,
                  नागौर, भीलवाड़ा, राजसमंद ।

4. आद्र जलवायु प्रदेश - 

   वर्षा -     60 - 80 cm (अधिक वर्षा/ सामान्य से 
               अधिक वराह)
   तापमान - 27℃ - 29℃
   वनस्पति - पतझड़ी अर्थात नीम, इमली,पीपल,
                 बरगद , आम।
   जिले - भरतपुर ,कोटा, बूंदी, सवाई माधोपुर,
             धौलपुर , करौली, अलवर ।

5. अति आद्र जलवायु प्रदेश - 

   वर्षा -       80 -150 cm  (बहुत अधिक वर्षा)
   तापमान -   26℃ - 28℃
   वनस्पति -  सवाना/ सदाबहार अर्थात आम,
                  सागवान, जामुन, बांस 
   जिले -     झालावाड़ , बांरा,बाँसवाड़ा ,
                डूँगरपुर,  प्रतापगढ़, माउन्ट आबू,
                उदयपुर ।

कोपेन का जलवायु वर्गीकरण - 



  • कोपेन एक जर्मन जलवायुवेता थे जिन्होंने अपना जलवायु वर्गीकरण 1936 में किया था ।
  • कोपेन ने वनस्पति , वर्षा व तापमान को आधार मानकर अपना जलवायु वर्गीकरण प्रस्तुत किया।
कोपेन ने राजस्थान की जलवायु को चार भागों में विभाजित किया है  संकेत - 

1. Bwhw -   उष्ण कटिबंधीय शुष्क - गर्म मरुस्थलीय जलवायु
2. Bshw -   उष्णकटिबंधीय अर्द्धशुष्क / स्टेपी जलवायु
3. Cwg -    उपोष्ण कटिबंधीय आद्र जलवायु
4. Aw  -    उष्ण कटिबंधीय आद्र जलवायु











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