वायुदाब व जलवायु वर्गीकरण-
वायुदाब-
वायुदाब की समस्त परतों के पड़ने वाले भार को वायुदाब कहते हैं।
- सर्वाधिक वायुदाब "सागरतल" पर पाया जाता हैं ।
समदाब रेखां -
समान वायुदाब वाले क्षेत्रों को मिलाने वाली रेखाएँ।
MB(Milibar) - यह वायुदाब की unit/इकाई हैं।
1 Bar = 1000MB
- 1 वर्ग इंच क्षेत्रफल पर 14.7 पॉण्ड का दाब होता हैं ।
- राजस्थान में जुलाई माह का वायुदाब व मिलिबर रेखाएँ ->
◆ राजस्थान की जलवायु -
- राजस्थान में कर्क रेंखा डूंगरपुर के दक्षिणी भाग को छूती हुई बाँसवाड़ा के लगभग मध्य से गुजरती हैं ।
- डूँगरपुर का दक्षिणी भाग व बाँसवाड़ा उष्ण कटिबंध में शामिल है ।
- राजस्थान का अधिकांश भाग कर्क रेंखा के उत्तर में स्थित है ,यह शीतोष्ण कटिबंध में शामिल किया जाता हैं ।
- राजस्थान में दिन गर्म एवं रातें ठंडी होती है क्योंकि राजस्थान की प्रकृति रेतीली है ।
- राजस्थान में सर्दियों में सर्दी अधिक तथा गर्मियों में गर्मी अधिक पड़ती है क्योंकि राजस्थान समुद्र से दूर है ।
- यहाँ "समुद्री हवाओं" का कोई प्रभाव देखने को नहीं मिलता है ।
- राजस्थान में महाद्वपीय/विषम/उष्ण कटिबंधीय जलवायु देखने को मिलती है।
- राजस्थान की जलवायु के निर्धारण में उस स्थान की औसत वर्षा ,औसत तापमान एवं वनस्पति का अध्यन किया जाता है ।
- राजस्थान को 5 जलवायु प्रदेशो में बांटा गया है ।
- सबसे बड़ा जलवायु प्रदेश - अर्ध शुष्क जलवायु प्रदेश
- सबसे छोटा जलवायु प्रदेश - अति आद्र जलवायु प्रदेश
सामान्य जलवायु वर्गीकरण
1. शुष्क जलवायु प्रदेश -
वर्षा - 10 से 20 cm (कम वर्षा)
तापमान - 34℃ - 36℃
वनस्पति - कटीली झाड़ियां- मरूदभिद प्रकार की , केक्टस खेजड़ी आदि।
विशेषता - जड़ें गहरी,तना गूदेदार, कांटेदार झाड़ियाँ,मुड़ी हुई पत्तियाँ।
जिले - बीकानेर ,जैसलमेर, बाड़मेर, श्रीगंगानगर, जोधपुर।
● इस प्रदेश में दैनिक और वार्षिक तापान्तर सर्वाधिक पाया जाता हैं ।
● राज्य का पहला केक्टस गार्डन - जोधपुर में है ।
2. अर्द्ध शुष्क जलवायु प्रदेश -
वर्षा - 20 - 40 cm (सामान्य से कम वर्षा)
तापमान - 32℃- 34℃
वनस्पति - कटीली झाड़ियाँ अर्थात खेजड़ी ,
बबूल, रोहिड़ा, ऑक आदि ।
बबूल, रोहिड़ा, ऑक आदि ।
जिले - हनुमानगढ़, चूरू, सीकर ,पाली,
जालोर, झुंझुनू, नागौर
जालोर, झुंझुनू, नागौर
3. उप-आद्र जलवायु प्रदेश -
वर्षा - 40 - 60 cm (सामान्य वर्षा )
तापमान - 28℃ - 30℃
वनस्पति - स्टेपी/ पतझड़ी अर्थात नीम,
बबुल , खेर, आवंला आदि ।
बबुल , खेर, आवंला आदि ।
जिले - अजमेर , टोंक, जयपुर, दौसा,
नागौर, भीलवाड़ा, राजसमंद ।
नागौर, भीलवाड़ा, राजसमंद ।
4. आद्र जलवायु प्रदेश -
वर्षा - 60 - 80 cm (अधिक वर्षा/ सामान्य से
अधिक वराह)
तापमान - 27℃ - 29℃
वनस्पति - पतझड़ी अर्थात नीम, इमली,पीपल,
बरगद , आम।
जिले - भरतपुर ,कोटा, बूंदी, सवाई माधोपुर,
धौलपुर , करौली, अलवर ।
5. अति आद्र जलवायु प्रदेश -
वर्षा - 80 -150 cm (बहुत अधिक वर्षा)
तापमान - 26℃ - 28℃
वनस्पति - सवाना/ सदाबहार अर्थात आम,
सागवान, जामुन, बांस
जिले - झालावाड़ , बांरा,बाँसवाड़ा ,
डूँगरपुर, प्रतापगढ़, माउन्ट आबू,
उदयपुर ।
डूँगरपुर, प्रतापगढ़, माउन्ट आबू,
उदयपुर ।
कोपेन का जलवायु वर्गीकरण -
- कोपेन एक जर्मन जलवायुवेता थे जिन्होंने अपना जलवायु वर्गीकरण 1936 में किया था ।
- कोपेन ने वनस्पति , वर्षा व तापमान को आधार मानकर अपना जलवायु वर्गीकरण प्रस्तुत किया।
कोपेन ने राजस्थान की जलवायु को चार भागों में विभाजित किया है संकेत -
1. Bwhw - उष्ण कटिबंधीय शुष्क - गर्म मरुस्थलीय जलवायु
2. Bshw - उष्णकटिबंधीय अर्द्धशुष्क / स्टेपी जलवायु
3. Cwg - उपोष्ण कटिबंधीय आद्र जलवायु
4. Aw - उष्ण कटिबंधीय आद्र जलवायु





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